6 years ago#1
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पतिव्रता पत्नी / संस्कारी बहु

Dosto namaskar

Mera Name Rohit hai or main old xossip par ek chota sa lekhak tha. 

Whan par meri story ko accha responce mil rha tha but pathko ke sath KLPD ho gya. 

Story aage bdh na saki .Kai din idhar udhar net par search karne ke baad mujhe ye site mili hai.

 Jis par main apke samne wahi story likhne ja rha hu. Mujhe ummid hai ki us site par meri story ko padhne wale kuch log yhn bhi honge to unko dhyan main rakh kar main us story ke kuch patra badal kar wahi maza dunga jis se ki purane pathak bhi is kahani ka maza le sake. 
Mere pass wo story store nhi thi or na hi main usko old xossip se le sakta hu to dosto likhunga to thoda time bhi lag sakta hai update aane main . Aapke pyar aandnd ke liye pesh hai ek garma garam bhabhi ki garam kahani. 


प्रताप सिंह बहुत दिन से परेशान थे और परेशान क्यो न हो उसके बेटे ने प्रेम विवाह कर लिया था । जब उसको इस बात की सूचना मिली तो उसको बहुत बुरा लगा था हालांकि उस बात को 6 महीने निकल गए थे पहले तो उसके गांव में तरह तरह की बाते होने लगी थी होगी क्यो नही वो नामी आदमी थे अपने टाइम में पहलवान रहे थे। पर अब सब धीरे धीरे सब लोग उस बात को भूल गए थे भूल तो क्या गए थे पर अब उस के बारे में चर्चा नही होती थी

प्रताप पहलवान भी अब सुकून महसूस कर रहे थे पर रक्षाबंधन पर आई उसकी बहन कामिनी उसके दिमाग में ये बात पैदा कर गयी कि अब बेटी जवान हो गयी है। उसके लिए कोई अच्छा लड़का देख लो।

बात तो बिल्कुल सही थी अब रस्मी की उम्र भी 21 हो गयी है उसने अपनी स्नातक  भी कर ली थी। और जो उसके बेटे आदित्य ने किया है ये देख कर तो सही बात है जल्दी से बेटी की शादी कर दी जाए।
हालांकि आज तक प्रताप सिंह ने बेटी के बारे में कुछ गलत सुना भी नही था।

ओर कोई लड़का हिम्मत भी नही रखता था कि उस की तरफ नजर उठा कर भी देखे। क्योकि प्रताप का रौब जो था। किसी को अपनी हड्डी पसली थोड़े न तुड़वानी थी।

तो एक दिन प्रताप लड़का देखने में सफल हो ही गये। तो उसने उसकी खबर अपनी बहन कामिनी को ओर साथ अपने बेटे को भी बोल दिया।

प्रताप ने अपने बेटे को कॉल किया

प्रताप - हेलो प्रताप बोल रहा हूं

आदित्य - जी पापा जी   नमस्कार । 

प्रताप- सुन रस्मी के लिए लड़का देख आया हु तू आजा  फिर उनको घर बुला लेते है   और हां अपनी बीबी को साथ लेकर आना पर कोई मॉर्डन लड़की के जैसी तो नही है और अगर हो भी तो उनको बोल देना यहाँ और बहुओं की तरह ही रहे कही तू जीन्स में ले आये उसको।

ये सब सविता ( आदित्य की बीबी) सुन रही थी।
 आदित्य - जी पापा जी । आप चिंता मत करो जैसा आप कहो वैसा ही होगा।

प्रताप-  अच्छा ठीक है तुम कल आ जाओ।

आदित्य- पापा जी अभी तो मैं कैसे आ पाऊंगा। बॉस से छुट्टी भी तो लेनी पड़ेगी । में फिर भी कोशिस करता हु।

प्रताप- ठीक है पर जल्दी आने की कोशिस करना।
 हां ठीक है चलो रखता हूँ।

फिर प्रताप अपनी बहन को फ़ोन करता है । उधर फ़ोन उसका जीजा उठाता है 

प्रताप- हेलो नमस्ते जीजा जी।

प्रताप का जीजा - हां जी बोलो कैसे याद किया। 

प्रताप- वो  क्या है जीजा जी रस्मी के लिए लड़का देख कर आया हु  तो वो लोग भी घर आ कर रस्मी को देख जाते इसलिए आप ओर कामिनी दोनो आ जाओ । टाइम निकाल कर।

प्रताप का जीजा-   चलो अच्छी बात है  तुम्हारे बेटे की नही पर बेटी की शादी तो देख ही जाऊंगा।

प्रताप - ऐशी बात क्यों कर रहे हो आप। बीमारी है ये तो चलती ही रहती है ठीक हो जाओगे।

प्रताप का जीजा- नही । फिर भी बहुत दिन हो गए इस बीमारी को अब तो उम्र भी हो गयी है।

चलो में भेज दूंगा आपकी बहन को।
बता देना कब भेजना है में तो अभी आ नही पाऊंगा।

प्रताप-   हा जी ठीक है में बता दूंगा वैसे 5 का 6 दिन में में फिर कॉल करूँगा।
6 years ago#2
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उधर शहर में आदित्य ओर उसकी बीबी 

सविता- क्या हो गया क्या बोल रहे थे पिता जी।
आदित्य- यार पापा बोल रहे थे कि वो मेरी बहन रस्मी की शादी करना चाहते है। तो वो लड़का देख कर आये है अब वो उनको घर आमंत्रित कर के रिस्ता पक्का करने की सोच रहे है इसलिए मुझे ओर आपको दोनो को बुलाया है।

सविता- यार आदित्य ये तो खुशी की बात है कि पापा हम को बुला रहे है। ये सही मौका है। घर वाले पहले नाराज थे और अब तुम अगर टाइम पर नही गए तो वो ओर ज्यादा गुस्सा हो जाएंगे। आप छुट्टी आज से ही ले लो।

आदित्य -पागल हो क्या ।एक दम से ऐशे ही थोड़े न छुट्टी मिल जाएगी पहले आफिस में बात तो करनी पड़ेगी ही ना।

वो भी कम से कम चार पांच दिन की तो लूंगा ही। और है तब तक तुम ये सब मोर्डन कपड़े छोड़ कर वो साड़ी पहन ने की प्रैक्टिस कर लो वहाँ पर ये जीन्स टॉप शार्ट कुछ भी नही ले कर जाना है। अपने लिए कपड़े तैयार कर लो ब्लाउज पेटिकोट आदि सिला लो। 

सविता अपने पति के गले में अपनी बाहों का हार डाल कर बोली- मेरे हसबैंड जी देखना कैसे आप हसबैंड से पतिदेव बनते हो। आपको सेक्सी वाइफ चाहिए और आपके पिता जी को संस्कारी बहू। 
आपके गॉव में देखना वो दोनों रोल कैसे निभाती हूँ। और सिर्फ चार पांच दिन की छुट्टी नही कम से कम 7 दिन की लेना क्योंकि एक दिन तो यहाँ आपको मेरे साथ बिताना है पूरा दिन ओर रात। क्योकि में वहां पर में आपको मेरे पास भी नहीं भटकने दूंगी क्योकि मुझे एक बहुत ही संस्कारी बहू बन कर रहना है आपके पापा का प्यार पाना है।
आदित्य भी अपनी बीबी की पतली कमर पर अपने हाथ रख कर उसकव अपने आप से सटा लेता है और उसके होठों पर अपनव होठ टिका देता है। पति पत्नी का ये किस कुछ देर चलता है और फिर सविता उसको धक्का दे कर अलग कर देती है और बोलती है अभी कुछ नही जाओ ऑफिस के लिए लेट हो जाओगे।

थोड़ी देर बाद आदित्य आफिस के लिए निकल जाता है फिर सविता अपने कपड़े सिलाने के लिए टेलर के पास अपनी एक सहेली को ले कर चली जाती है।।।।।


फिर शाम को आदित्य घर आता है तो वो अपनी बीबी के देसी रूप को देख कर दंग रह जाता है।(.
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 इस रूप में उसकी बीबी बहुत ही उत्तेजक लग रही थी। ( ऊपर दी गयी फ़ोटो के according उसका ब्लाउज पीछे से बिल्कुल बैक less था सिर्फ पीछे बंधा हुआ था जिसको आदित्य ने अपने मुंह से खोला ओर मुंह को जैसे ही आदित्य ने अपनी बीबी की पीठ पर रखा सविता के जिस्म में सिरहन दौड़ गयी। 
और उस की वजह से वो सीधी बेड रूम में भाग गई और फिर आदित्य ने भी बैडरूम में जा कर गेट लगा लिया। 

फिर दोनों पति पत्नी के बीच जो हुआ वो बहुत दिन बाद बहुत मजेदार था।

6 years ago#3
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दोनो ही पति पत्नी के लिए ये रात बहुत ही रोमांचक थी। इस से ज्यादा मज़ा  पहले कभी नही आया था।

सविता सुबह जगी तो उसके जिस्म में हल्की सी कसक के साथ साथ एक अलग ही स्फूर्ति थी। 

एक औरत का जिस्म को अगर अच्छे से रगड़ा जाए और वो अपने चरम तक पहुच जाए तो ये खुशी उसके जिस्म ओर दिल से निकलती हुई दिखती है। हालांकि आदित्य और सविता की सेक्स लाइफ बहुत अच्छी थी पर फिर भी उस से ज्यादा आज कुछ अलग ही था।
सविता इस बात को सोचने पर मजबूर हो गयी कि ये क्या आज तक भी तो हम सेक्स करते आये है पर इतना जोश और जुनून ओर उत्तेजना आदित्य में पहले कभी नही देखने को मिली ये सब आज रात को ही क्यों थी। कही इसलिए तो नही की मैने  उनसे बोल दिया था कि आज के बाद फिर मौका नही मिलेगा आपको 7 दिन तक क्योकि गाँव जा रहे है।
पर ऐशी बात भी नही है इस से पहले भी ये 10 -10 दिन बाहर गए है ऑफिस वर्क से तब भी तो ये अपना 10 दिन का dose ले कर जाते थे पर अब ही ऐसा क्या था।

सविता से सब सोचते हुए चाय बना रही थी फिर अपने पति देव को जगाने के लिए बैडरूम में जाती है तो देखती है कि उसका पति उल्टा हो कर पड़ा है। और वो उसको जगाने के लिए आगे बढ़ती है तो उसके पैर किसी कपड़े पर पड़ते है तो वो उसकी वो साडी थी जिस को उसने रात को पहना था फिर उसने उसको हटाया तो उस में ही सविता का ब्लाउज और पैंटी ब्रा लिपटी पड़ी थी। सविता अपने कपड़े समेट कर उठाने लगी तभी उसके दिमाग में ये बात आ गयी कि हो सकता है आज रात में इस साड़ी में थी इसलिए पति देव को ज्यादा उत्तेजना हुई हो। इस से पहले तो हम सिर्फ कैपरी टीशर्ट ।कुर्ती जीन्स इत्यादि पहनती हु। 

शायद पति की उत्तेजना का कारण वो ही है। इनसे ही पूछ लूँगी बाद में।

फिर सविता अपने पति को जगाती है। 

चलो उठ जाओ अब तो 8  बज गए है आफिस नही जाओगे।

आदित्य अपनी बीबी के खिले हुए चेहरे को देख कर खुश हो जाता है और बोलता है अच्छा 8 बज गए मुझे पहले क्यो नही जगाया।

सविता- अच्छा जी रोज आप खुद जाग जाते हो और मुझे जगाते हो । में भी तो अभी अभी जगी हु ।

आदित्य - यार आज रात को तेरे जलवो से सो ही नही पाया था। 

सविता- अच्छा बदमाश । खुदने मुझे ही नही सोने दिया। क्या खा कर आये थे ।कल रात इतना जोश दिखा कर मेरे तो होश ही उड़ा दिए।

आदित्य- कुछ नहीं मेरी मेरी जान कल तुम लग ही इतनी कामुक रही थी कि मुझ से कंट्रोल हो ही नही पाया।।।

अब सविता को पूरा विश्वास हो गया कि ये मेरे देसी लुक से ही उत्तेजित हुए थे।

आदित्य- यार सविता तुम ऐशी ही रहा करो ।

सविता- अच्छा जी पतिदेव  ।जैसा आपका हुकुम। 
चलो अब ऑफिस चले जाओ।

इतने में आदित्य का फ़ोन बज उठा।

आदित्य ने देखा तो फ़ोन उसके पिता जी का था।

आदित्य- हेलो पिता जी नमस्कार। बोलो । हां । नहीं ली । बात तो की है ।

अच्छा नहीं आ रहे ।पक्का कर दिया । कब का। तो फिर में ।आपको थोड़ी देर में कॉल बैक करता हूं।

सविता सिर्फ उतना ही सुन पा रही थी जितना आदित्य ने बोला था। 

फ़ोन काटने आदित्य बोला यार पापा बोल रहे है कि उन लोगों ने घर आने के लिए मना कर दिया है और बोल रहे है हमारी तरफ से रिस्ता पक्का है। और तो और डेट भी निकलवा ली है। और मैन अभी तक ऑफिस से छुट्टी नहीं ली है।

अब क्या करूँ . फिर आदित्य अपने दोस्त रोहित को कॉल करता है जो उस से थोड़ा सिनियर था पर क्लोज दोस्त था।

रोहित एक नंबर का फर्जी था उसको पता था कि छुट्टी कैसे ली जाती है। तो आदित्य उस से आईडिया लेने लगा पर आदित्य सब आईडिया के लिए मना करता जा रहा था ।

फिर उसने एक आईडिया बताया कि तू सही बात को बॉस के लिए बता दे जो है वो ही पर तू खुद नही के सब सविता से कहलवा दे। और तुझे बॉस का तो पता ही है।वो लड़कियों की बात कैसे मान जाता है। 

आदित्य को ये बात सही लगी और सविता से बॉस की बात करा दी ।

सविता ने कुछ इमोशनल और कुछ रोमांटिक टाइप बात कर के बॉस को चित्त कर दिया। 
बॉस ने सीधा यही पूछा कि कितने दिन बाद आओगे।
सविता को आदित्य ने जहाँ 15 दिन की छुट्टी लेने के लिए बोला था वहीं सविता ने बॉस के मूड को देखते हुए 25 दिन बोल दिया। 
उधर से बॉस ने भी एक डिमांड रखी कि वहाँ से आने के बाद आपको ओर आदित्य को अपनी शादी की पार्टी देनी पड़ेगी बहुत दिन से पेंडिंग पड़ी है आदित्य से तो बहुत बार मांग चुके सविता जी आपसे पहली बार मांग रहे है। आने के बाद फिर एक बार याद दिला देंगे ।

आदित्य ने अपनी बीबी को थैंक्स कहा तो बीबी ने बोला मुझे नहीं अपने उस दोस्त को थैंक्स बोलो जिसने आपको आईडिया दिया है ।

ओर इस तरह से आदित्य ओर सविता घर के लिए अगले दिन निकलने का प्रोग्राम सेट कर लेते है। और आदित्य अपने पापा जी को कॉल कर के बता देता है कि वो आ रहे है। और प्रताप सिंह जी भी अपने सभी रिलेटिव को फ़ोन पर सूचना दे कर बुला लेते है।

अब मिलते है आदित्य के गांव में।
6 years ago#4
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सविता अपनी ससुराल में।

दो तीन दिन निकल चुके है और कई दिन से अपनी बीबी के उस देसी सती सावित्री वाले रूप को देख कर आदित्य का मन कई बार खराब हो चुका है पर ओर लोगो की मौजूदगी के कारण कुछ भी हो पाना संभव नही है । तो आदित्य मोके की तलाश में रहता है कैसे भी एक बार तो चांस मिल जाये इसके जिस्म को भोगने की।

क्योकि सविता का संस्कारी वाला लुक आदित्य क्या आदित्य के अलावा भी बहुत से मर्दो के पैंट हैं हलचल मचा रहा था।

प्रताप सिंह जी भी बहुत खुश थे अपनी पुत्र वधु को देख कर । वो खुश थे कि बेटे ने शहर की लड़की से शादी कर के भी एक संस्कारी और समझदार लड़की से शादी की है। जो कि किसी शहरी परिवेश की हो कर भी अपने आप को यहाँ ढाल लिया है।

सविता अपने काम में किचन में बिजी है। और उसका पतिदेव आदित्य मौका देख के किचन में जाता है जहां पर उसकी बीबी नास्ता तैयार कर रही थी।
पीछे से जा कर अपनी बीबी को बाहों में भर लेता है।
सविता का ब्लाउज पीछे से 1st पेज की pics की तरह ही है जो कि बिल्कुल खुला हुआ आदित्य को निमंत्रण दे रहा था ।
आदित्य जाते ही अपनी बीबी की नग्न पीठ पर अपने होठ टिका देता है जिस से सविता एक दम से चोंक जाती है और उसके हाथ में जूस का जो मग था वो उसके ही वक्षःस्थल पर गिर जाता है
क्योकि उसको इस वासनामयी हमले की उम्मीद नही थी।क्योंकि वो अपने पति को पहले हि बोल दिया था कि गांव में कुछ भी नहीं करना और ना में कुछ करने दूंगी।

जूस के गिरने से उसका ब्लाउज पूरा गीला हो जाता है।और उसकी ब्रा की आउट लाइन क्लियर visiable होने लगती है। 

सविता गुस्से में पलटती है और बोलती है ये देखो क्या कर दिया। और ये सब यहाँ करने में थोड़ी तो शर्म करनी चाइये।सभी मेहमान लोग यहाँ है। और कोई आ गया तो?

आदित्य ने जब अपनी पत्नी के front हिस्से को देखा तो उसका मुंह खुला का खुला रह गया।।
ये क्या उसके white ब्लाउज से उसकी pink ब्रा साफ साफ दिख रही थी। और आदित्य उसके सुडौल स्तनों को देख कर बिना जवाब दिए ही सविता का मंगलसूत्र साइड कर के उसके क्लीवेज पर अपना मुंह टिका दिया और अपनी जीभ से उस गाड़े शेक को चाटने लगा।

सविता अपने आप को अपने पति से छुड़ाने की नाकाम कोशिस करने लगी और बोली छोड़ो यार कोई आ जायेगा सब्र करो।

ओर आदित्य पत्नी के गीले वक्षःस्थल से हटने का नाम ही नही ले रहा था।

थोड़ी देर चाटने के बाद वो हटा और जूस का मग उठा कर फिर से सविता के क्लीवेज पर डाल दिया । इस बार शेक को बिल्कुल सलीके से  डाला गया था वो इधर उधर फैला नही ओर सविता के उन्नत उभारो के बीच की घाटी के बीच से निकल कर सविता के सपाट पेट आर गहरी नाभि तक पहुच गया। 

आदित्य को अपनी बीबी के साथ गाँव आये अभी 4 दिन ही तो हुए थे पर फिर भी सविता के साड़ी में थिरकते बदन को देख कर वो कई दिन से व्याकुल हो रहा था।
 
तभी तो उसने आज सविता के साथ इतना कुछ कर लिए सविता से स्तनों से शेक को चाट कर वो जैसे ही हटा सविता चैन की सांस ली। और सोची चलो इनकी बदमाशी किसी ने नहीं देखी।
पर ये सविता की भूल थी अगले ही पल  आदित्य अपनी बीबी के सामने घुटने टेक कर बैठ जाता है और अपनी जीभ सविता की गहरी नाभि में लगा देता है जिस से सविता सिहर उठती है और आनंद में अपनी आँखें बंद कर लेती है 

और बोलती है ये अहह ये क्याआ कककरर ररहे हो। मतलब उसकी आवाज हैं विरोध कम और आंनद की आवाज ज्यादा आ रही थी। आदित्य की इस हरकत से सविता के अंदर की kirtu वाली सविता जाग चुकी थी और उसने अपने पति का सिर पकड़ कर अपनी नाभि पर ओर ज्यादा दबा दिया। जूस से आदित्य ने भी अपने हाथ अपनी बीबी की उभरते हुए नितंबों पर कस दिए।

सविता भी लोगो की हवश भरी नजरों को बहुत दिन से अपने मखमली बदन पर झेल झेल कर अपनी आग को काबू कर रही थी पर आज आदित्य की जीभ की इस हरकत ने उसकी आग को भड़का दिया था। वो भी भूल गयी थी कि कोई भी आ सकता है। वो आदित्य का थोड़ी देर पहले तो विरोध कर रही थी पर अब उसका सहयोग करने लगी। आदित्य अपनी बीबी की नाभि को चाट कर फिर से ऊपर आया और सविता के थरथराते होटो पर अपने होठ टिका दिए।

आदित्य ने तो सिर्फ टिकाये थे अब खुद सविता उन पर टूट पड़ी।आदित्य अपनी बीबी की वासना को भड़का चुका था दोनो पति पत्नी उस चुम्बन में लीन हो गए। उन दोनों का चुम्बन ऐसा ही था जैसे इमरान हाशमी मल्लिका शेरावत का मर्डर मूवी में मल्लिका के बाथरूम का sence

दोनो में एक दूसरे पर जीतने की होड़ सी लग गईं ये किश 10 मिनट तक चला और पता नही कब तक चलता।
ये किश शायद कुछ देर ओर चलता तो ये रसोई शायद चुदाई कक्ष बन जाती ।

उनका ये चुम्बन तब टूटा जब आदित्य की बुआ जोर से खांसी और बोली रात का इंतज़ार तो कर लो।
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