7 years ago#1
बीबी से वेश्या बनी
मैं ४३ साल का हूँ और मेरी बीबी नीतू ३७ साल की हैं नीतू आज भी बहुत सेक्सी और हॉट दिखती हैं उसकी गदराई हुई बदन बहुत ही आकर्षक हैं लोग उसे गन्दी नज़रों से घूरना नहीं छोड़ते हैं जवान हो या बुड्ढा सब उसे हवस भरी नज़रों से देखते हैं कई बार नीतू को लोग अकेले में गन्दी गन्दी कॉमेंट भी किया हैं नीतू मुझे कई बार बोली लोग मुझे गन्दी गन्दी बात कहते हैं ,मैं उसे अक्शर बोलता हूँ बोलने दे तू उस तरफ ध्यान ना दिया कर , लोगो का काम ही और क्या हैं ? नीतू को मैं हमेशा स्कर्ट्स और टॉप ही पहनने कहता हूँ कभी कभी जीन्स भी पहनती हैं और जब गांव जाता हूँ तो शिर्फ़ साड़ी वगेरह ही यूज़ करती हैं !अरे हां आपको बताना भूल गया मैं दिल्ली का रहने वाला हु पर मेरी नॉकरी के वजह से मुझे यूपी के एक शहर में तबादला किया गया हैं इसलिए मैं और नीतू यूपी के इस छोटे से शहर रहने आ गए ,हमें यहाँ आये हुए बस ४ दिन ही हुए हैं फिलहाल एक छोटा सा होटल में रह रहे थे ,और दिल्ली में हमारे सारे रिस्तेदार थे यहाँ हम दोनों इस नए जगह में एकदम बेशहारा थे मैंने नीतू को बोला था मत आओ दिल्ली में ही रूक्को पर वो नहीं मानी बोली जैसे आप रहोगे मैं भी रह लुंगी
इस शहर से काफी दूर था मेरा कंपनी का वर्कशॉप और उसके आसपास रहने का भी कोई जगह ढंग का नहीं था हमने इन ४ दिनों में कई मकान किराये में ढूंढा पर नहीं मिल रहा था एकदिन वर्कशॉप का एक चौकीदार अफजल जिसकी उम्र करीब ६० साल का होगा उसने बताया साहब एक घर हैं पर वो घर शहर और वर्कशॉप के बीच के रास्तों में हैं छोटा सा मोहल्ला हैं अगर आप चाहो तो चल कर देख लो ,पसंद आये तो ठीक वरना फिर कही ढूंढेंगे ? मैंने बोला हां हां ठीक हैं आज ही चलते हैं अभी दो बजे हैं मैं मैनेजर को बोल कर तुम्हारी भी हाफ डे की छुट्टी दिला देता हूँ फिर हम चलते हैं ?
मैंने मैनेजर से बोलकर अफजल के साथ घर देखने निकल पड़े मैंने कंपनी का स्कूटर ले लिया था थोड़े देर बाद हाईवे में चलने के बाद अफजल बोला साहेब आगे उस कच्ची सड़क से अंदर चलो कच्ची सड़क से कुछ अंदर आते ही कुछ मकान दिखने लगा सड़क किनारे इक्का दुक्का दूकान दिख रहा था फिर अफजल बोला बस साहब आगे राईट लेकर रुक जाओ मैं रुक कर देखा वहां छोटे छोटे मकान था एक दूसरे से कुछ दूर पर था कुछ औरत लोग गलियों में खड़ी थी सब मुझे ही घूर रही थी मुझे लगा मैं पहिली दफा आया हूँ तो सब देख रहे होंगे ? अफजल बोला साहब आप रूक्को मैं चाबी लेकर आता हूँ वो ४ - ५ मकान छोड़ एक मकान में अंदर गया और कुछ ही देर में चाबी लेकर आ गया ,हम जहा रुके थे उसने उसके सामने एक मकान का दरवाजे का ताला खोल मुझे बोला आओ सर देखो ,मैं देखा दरवाजा खोलते ही एक छोटा सा आँगन था आँगन के एक तरफ दो छोटे छोटे बाथरूम था और बाथरूम के बाहर एक हैंडपंप लगा था फिर सामने दो कमरे थे एक छोटा सा और एक बड़ा सा था दोनों कमरे के बीच एक कोटा सा किचेन था कमर दोनों हवादार था खिड़की खोला तो ठंडी हवा आने लगी खिड़की के सामने छोटा सा नहर था इसलिए दहन्दी हवा आ रही थी मैंने फिर आँगन से छत पर जाने की सीढ़ी से छत पर गया मस्त हरयाली था चारों तरफ ,मुझे घर बहुत पसंद आया पर आसपास बहुत सुनशान सा लग रहा था , मैंने अफजल से बोला घर तो ठीक हैं पर बहुत सूना सूना सा हैं ,तो उसने बोला साहब यहाँ किसी बात का डर नहीं हैं और यहाँ सब मिलजुलकर रहते हैं और मेरा घर बस थोड़ा दूर ही हैं मेरी बीबी इस मोहल्ले की लीडर हैं आपलोग को कोई पड़ेशानी यहाँ नहीं होगी आराम से रह सकते हों ?
मैंने कहा ठीक हैं पर मेरी बीबी को भी पसंद आना चाहिए तब ना ?
अफजल> हां बिलकुल सही बात हैं दिन भर तो औरत लोग को ही रहना होता हैं हम आप तो नोकरी में ही रहते हैं
मैं बोला एक काम करता हूँ मैं अपनी बीबी को जाकर ले आता हूँ फिर देखते हैं >>>>>>>>>>>>>.
मैंने कुछ देर बाद नीतू को ले आया उसे घर दिखाया उसे बहुत पसंद आया जब नीतू को घर दिखा रहा था तो आसपास के कुछ लोग और औरते नीतू को घूर रहे थे नीतू स्कर्ट्स और एक टॉप में ही थी सेक्सी दिख रही थी ,थोड़े देर में अफजल की बीबी आई और मुझे नमस्ते करके नीतू को समझने लगी यहाँ सब अच्छा हैं वगेरह मैं थोड़ा बाहर का माहौल देखने निकला तो देखा एक बुड्ढा शराबी गली के नुक्कड़ में एक औरत से कुछ वहश कर रहा था और बुड्ढा कह रहा था शाली रंडी तू देख मैं तेरा क्या करता हूँ तुझे नंगा करके घर से निकाल दूंगा मुझे सुन बहुत बुरा तो मैंने बोला ऐ बुड्ढे शर्म नहीं आती हैं एक औरत को ऐसी गन्दी बात बोलते हुए तो वो औरत बोली भाई साहब आप जाओ ये पीकर रोज ऐसे ही करते हैं ,ये सुनते ही बुड्ढा बोला शाली तेरे बाप का नहीं पीता मैं अपनी कमाई का पीता हूँ ,फिर मेरे तरफ देख कर क्या बात हैं भाई इसके ग्राहक हो क्या जो इसकी खातिरदारी कर रहे हो मैं बोला क्या मतलब आप क्या अनाप सनाप बोल रहे हो ,फिर बुड्ढा बोला अरे भाई ये मेरी बीबी हैं पर शाली धंदे करती है यहाँ की सारी औरते रंडी हैं फिर तुम क्या यहाँ शैर करने आये हों चलो भागो यहाँ से वरना ठीक नहीं होगा ,इतने में अफजल आ गया बोला साहेब चलो ये बेकार आदमी हैं इतने में बुड्ढा भड़क गया और अफजल को शाले तू बहुत शरीफ बना फिर रहा हैं तू और तेरी बीबी शाले यहाँ के सारे औरत को रंडी बनाया हैं मादरचोद और हमें बेकार आदमी बोलता हैं ,अफजल बोला साहब चलो यहाँ से मैं चुपचाप चल पड़ा और कुछ सोचने लगा ,इतने में नीतू आ गई और पूछने लगी क्या हो रहा था वो बुड्ढा क्यों चिल्ला रहा था ,अफजल बोला अरे छोड़ो वो शाला बेबरा हैं कुछ भी बोलता हैं मैं नीतू को बोला चलो चलते हैं नीतू बोली पर क्या हुआ घर मुझे पसंद हैं और अफजलजी की बीबी मुझे बोली हैं वो मेरी पूरी देखबाल करेगी और मेरा ख्याल रखेगी मैं बोला हां ठीक हैं कल संडे हैं कल देखते हैं फिर मैं नीतू को लेकर होटल आ गया !!!!!!!!!
नीतू को मैंने सारी कहानी सुनाया और बोला वो अफजल और उसकी बीबी ही वहां ये सब करवाते हैं ?
नीतू -- बोली जो ये सब करती होगी वो औरत खुद भी चाहती होगी तभी हो सकता हैं वरना कोई किसी को जबरदस्ती नहीं कर सकता अगर मैं ठीक हूँ तो किसी का मजाल नहीं मुझे ये सब करने बोले मैंने कहा फिर वहां का माहौल तो गलत हैं ? नीतू बोली हम जिस घर में रहेंगे वहां का माहौल अच्छा रहे यही होना चाहिए ,और फिर कितने दिन हम होटल में पड़े रहेंगे ?
मैं = तो क्या बोलती हो तुम वहां रहने जाये ?
नीतू = हां मुझे कोई दिक्कत नहीं हैं ?
मैं = वहां के लोग तुम्हे भी रंडी समझेंगे और तुम्हे गन्दी गन्दी बात कहेंगे
नीतू = तो आपके दिल्ली में भी तो लोग कई बार आपकी बीबी को बहुत कुछ कहा था तभी तो आपको बहुत मजा आया था और आपने कहा था नीतू जब कोई तुम्हे गन्दी नज़रों से घूरता हैं तो मेरे अंदर गुड़गुड़ी होता हैं बोलो याद हैं और हां क्या कहा था नीतू तुम और छोटी छोटी स्कर्ट्स पहनो ताकि और सेक्सी लगो ,बेशर्म पति ?
मैं == हां तो ठीक हैं ना शादी के इतने साल बाद भी मेरी बीबी सेक्सी दिखती हैं तो अच्छा हैं ना लाइफ का पूरा मजा लेना चाहिए तुम भी मजे लो मैंने उसे छेड़ते हुए बोला ?
नीतू == हां हां मुझे मालूम हैं मेरा पति कितना अच्छा हैं जब भी अकेले दिल्ली से बाहर गए हो गुल खिला कर ही आये हो ?
मैं == पर मैंने कभी तुमसे कुछ छुपाया तो नहीं सब बता देता हूँ ना ?
नीतू == आ हां आ कितने बेशर्म हो एक तो गलती करके आते हो और बीबी को कभी पता चले इससे पहले बता कर मुझे बहला लेते हो ?
मैं == अच्छा बाबा तुमसे मैं कभी जीता हूँ क्या तुम जीती मैं हारा ,अब बोलो क्या फैशला की ?
नीतू == आप बोलो आपकी बीबी हूँ जहां रखोगे वही रहूंगी ?
मैं == इतना भी तुम सीधी नहीं हो जो मेरा सब बात मान लेती हों ?
नीतू == क्या बोला आपने मैं आपकी बात नहीं मानती हूँ झुटे ?
मैं == अरे बाबा मैं तो मजाक कर रहा था कितना झगड़ती हो ठीक हैं कल हम उस घर को ले लेते हैं ,और वहां एक नया सुरुआत करते हैं ,और मजे भी लेंगे और अगर कुछ नया करना चाहते हो तो बोलो मैं भी चाहता हूँ लाइफ में कुछ नयापन किया जाये ?
नीतू == मैं कुछ समझी नहीं खुल कर बोलो ?
मैं == देखो मैं चाहता हूँ तुम भी कुछ मजे लो और एन्जॉय करो मेरी छूट हैं तुम्हे!! और फिर हमें यहाँ कौन जानता हैं एक साल ही तो यहाँ रुकना हैं फिर दिल्ली चले जायेंगे फिर कभी इन दिनों को जब याद करेंगे देखना बहुत मजा आएगा
नीतू == मतलब मैं भी वेस्या बन जाऊं यही कह रहे हो ना ?
मैं == अरे तुम तो गलत समझ रही हो मैं तो तुम्हे एक अलग मजे देने की बात कर रहा हूँ अगर तुम्हे पसंद नहीं तो कोई बात नहीं सॉरी
काफी देर बाद नीतू बोली अच्छा बाबा जैसा आप कहो करुँगी आपकी बीबी हूँ !!!!!!
मैं == अरे क्या बात हैं बस हम दोनों जवानी का पूरा मजा लेते हैं और एन्जॉय करते हैं ???????????????
अगले दिन सुबह १० बजे मैंने नीतू को बोला चलो फिर घर का फाइनल कर लेते हैं मैंने नीतू को बोला सुनो तुम वह एकदम हॉट बनकर चलो तुम्हारी टाँगे इतनी सूंदर हैं इसे छुपाओ नहीं वो ब्लैक वाला स्कर्ट्स पहनो जिससे तुम्हारी सेक्सी टाँगे घुटनो तक दिखती हैं और टाइट वाला कोई टीशर्ट्स पहनलो आज उस मोहल्ले के लोगो का हाल देखता हूँ नीतू पहले ना नुकुर की फिर वही पहनी जो मैंने उसे बोला था !!!!!
हम कुछ देर में वहां पहुच गए अफजल के घर गए वो नहीं था उसकी बीबी देखते ही बोली आओ सरजी हम तो समझे आपलोग नहीं आओगे चलो अच्छा हुआ आ गए ? मैंने पूछा अफजलजी कहाँ गए तो वो बोली बाजार गए हैं थोड़े देर में आ जायेंगे ? कुछदेर में अफजल भी आ गया हमने उसे कुछ पैसे दिए और कमरे का चाबी लेकर बोला हम आज से ही रहना चाहते हैं मैं कुछ जरुरी सामान ले आता हूँ अफजल जी आप चलोगे मेरे साथ वो फ़ौरन बोला हां क्यों नहीं मैं बोला नीतू तुम अफजल जी की बीबी के साथ घर की सफाई करलो ,घर में एक पलंग तो हैं ही गड्ढा और और बाकी सब ले आता हूँ
घर का सब सामान सेट हो चूका था उसदिन रात हम होटल में खा लिए थकावट होने के कारण हम रात को जल्दी ही सो गए ,सुबह ९ बजे मैं और अफजल ऑफिस के लिए चले गए
शाम को करीब ६ बजे हम आये तो देखा नीतू खाना बना रही थी मैंने उससे पूछा कैसा रहा दिन भर ,नीतू चाय लेकर आई और बोलने लगी अफजल की बीबी बहुत हेल्प की मेरी उसके साथ सब्जी लेने गई तो कुछ लोग मुझसे गन्दी गन्दी बाते करने लगे तो अफजल की बीबी बोली इनके बातों का जवाब मत देना ? मैंने पूछा क्या बोल रहा था वे लोग ? नीतू = कह रहा था नई आई हो क्या ,तो कोई बोला क्या लोगी रात भर का ,मैंने कोई जवाब नहीं दिया ! फिर रबिया सब को गाली दी तो सब भाग गया
मैं पूछा ये रबिया कौन हैं तो बताई अफजल की बीबी का नाम हैं !
मैं = ये रबिया यहाँ की मेन हैं उसने तेरे लिए भी जरूर कुछ सोच रखी होगी वरना इतना मदत क्यों करती ,चलो देखते हैं आगे क्या होता हैं
दूसरे दिन मैं काम पर नहीं गया ऑफिस जाने का मन नहीं कर रहा था मैंने अफजल से बोल दिया मैनेजर को बोल देना मेरा तबियत ठीक नहीं है इसलिए आ नहीं सका ?
दोपहर को मैं घर के बाहर निकल कर ऐसे ही टहल रहा था तो देखा अफजल के घर में दो लोग आये दोनों का उम्र ६० साल के ऊपर ही होगा और अंदर चले गए कुछ देर बाद रबिया निकली और कही जाने लगी तो मैं उसके पीछे चुप चुप कर चलने लगा देखा रबिया एक घर पर गई और थोड़े देर बाद एक ३५ -३६ साल की औरत उसके साथ रबिया के साथ निकली और रबिया उसे अपने साथ अपने घर पर ले आई काफी देर तक कोई नहीं निकला तो मैं अफजल के घर के पीछे गया ,पीछे छोटा छोटा झाड़ था उस तरफ और कोई घर नहीं था मैंने देखा एक खिड़की खुली हैं मैं खिड़की के पास जाकर सुनने लगा अंदर क्या बात हो रही हैं अंदर से रबिया का आवाज़ सुनाई दिया वो किसी से बोल रही थी ...............अरे भाई आप इसके साथ इसके घर चले जाओ ये अभी अकेली ही हैं और राजुभाई के लिए मैं कोई और बंदोबस्त कर देती हूँ यहाँ रंडियों की कमी थोड़े ही हैं ना ? इतने में एक आदमी का आवाज़ आया रबिया बेगम कुछ नया मंगाओं ना मैंने तो यहाँ के सभी रंडियों से मजे ले चूका हैं , अब इनसे बोर हो गया हूँ मैं कबसे से तुम्हारे पास आता हूँ पर तुम मेरा ठीक से ध्यान ही नहीं रखती हो ? तभी रबिया बोली ,ए पूनम जा अज्जु भाई को ले जा और ठीक से इनकी सेवा करना और बाद में आकर मुझसे अपनी कीमत ले जाना ,तो दूसरी औरत की आवाज़ आई मैं तो आपके सारे मेहमान का पूरा ख़याल रखती हूँ आप चिता ना करे ? कुछ देर बाद मैंने देखा वो औरत एक आदमी के साथ निकली और अपने घर के तरफ चली गई मैं फिर से खिड़की के पास आ गया और सुनने लगा ,!!!!!!!!!!!!!
रबिया बोली आप बैठो मैं आपके लिए बंदोबस्त करती हूँ ,तो वो आदमी बोला इसबार कोई नया माल लाओ ना ? रबिया बोली अरे राजूभाई कुछ दिन इंतज़ार करो फिर देखना मैं आपके लिए एक मस्त मछली को फसाया हैं बस कुछ दिन सवर करो फिर देखना एकदिन वो आपकी बिस्तर पर होगी पर अभी नहीं कुछ दिन लगेगा उसे इस धंदे में आने में ,वो आदमी बोला कौन हैं और कहा रहती हैं कैसी माल हैं ? रबिया बोली इसी मोहल्ले में अभी अभी रहने आई है और मस्त चीज़ हैं साली बहुत सूंदर और सेक्सी हैं अच्छी भाव में बिकेगी ,बस साली एक बार मान जाये फिर उससे मैं जबरदस्त धंदे करबाउंगी और सबसे पहले उसे आपके साथ ही सुलबाऊँगी बस राजुभाई थोड़ा इंतज़ार करो ?
तभी वो आदमी बोला अरे रबिया बेगम अब तो मुझे वही चाहिए आज ही बुलाओ ना उस रण्डी को क्यों तड़पा रहे हो मुझे ? रबिया अरे नहीं नहीं आज तो बिलकुल नहीं हो सकता आज तो उसका पति भी घर पर हैं एक दो दिन रुकना होगा आपको ,फिलहाल आज किसी और से काम चलाओ ,मैं चाये बना कर देती हूँ आप चाये पीओ तब तक मैं कोई और ले आती हूँ ?
मैं ये सब सुन कर समझ गया ये लोग नीतू की ही बात कर रहे थे पर मुझे पता नहीं क्यों गुस्सा नहीं आ रहा था वल्कि एक अजीब सा मजा आ रहा था ये सोच कर क्या मेरी बीबी भी अब यहाँ की रंडी कहलाएगी मैं कुछ सोच घर के तरफ चलने लगा और कुछ सोचने लगा ?
घर पर आया तो नीतू बोली किधर चले गए थे मैं बोला इधर ही पास में था मैंने उसे बोला कुछ मजे लेगी तो बोल ?
नीतू == क्या मतलब ?
मैं == तू एक काम कर छोटा वाला स्कर्ट्स पहन और काला वाला टॉप पहन
नीतू == पर क्यों कहा जाना हैं ?
मैं = तू पहले पहन तो सही फिर बताता हूँ
नीतू == स्कर्ट्स ही तो पहन रख्खी हूँ ?
मैं == ये नहीं रेड वाली शॉर्ट्स स्कर्ट्स पहन कर आ
नीतू ==पता नहीं आपको क्या होता रहता हैं वो स्कर्ट्स टॉप पहन कर आई तो बहुत हॉट दिख रही थी मैंने बोला सुन तू अभी रबिया के घर जा किसी बहाने से , हां उससे कुछ मांगने के बहाने से जैसे तू बोल निम्बू हैं क्या ऐसे ही कुछ बहाना कर उसके घर पर एक आदमी हैं वो शायद तुझे देखना चाहता हैं अगर तुझे वहां रुकना पड़े तो रुक जाना और आज अपने जलवे उसे दिखा दे बहुत मजा आएगा !!!!
नीतू == नहीं मैं नहीं जाउंगी आपको शर्म नहीं आती हैं ऐसी बातें करते हुये ?
मैं == अरे कुछ नहीं होगा यही तो मजे हैं मैं हूँ ना तू फ़िक्र मत कर बहुत मजे आएंगे बस तू किसी बात का विरोध मत करना देखना अच्छा लगेगा और तुझे बहुत मजा आएगा
नीतू बहुत देर ना नुकुर करने के बाद मान गई और जाने लगी मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा था पता नहीं क्या होने वाला हैं नीतू कुछ दूर जैसे ही गई मैं दरवाजे में ताला लगाया और फिर से अफजल के घर के पीछे उस खिड़की में पहुच गया उस खिड़की से सब सुनाई देता था छोटा सा घर था
मैंने थोड़ा अंदर झाँकने लगा तो देखा नीतू दरवाजे में जैसे ही पहुची रबिया बोली अरे भाभी जी आप ,नीतू बोली निम्बू है क्या कल बाजार से लाना भूल गई थी बाद में लौटा दूंगी ,रबिया बोली कैसी बात करती हैं आप ये भी कोई लौटाने की चीज़ हैं आप अंदर आ जाओ मैं देती हूँ नीतू अंदर आई तो रबिया दरवाज़ा बंद करती हुई बोली आओ मेरे एक अच्छे रिस्तेदार से आपको मिलाती हूँ नीतू को लेकर वो अंदर आई तो वो आदमी बोला अरे रबिया क्या बात हैं आज तो तुम किसी अपशरा को ले आई ?
रबिया == अरे ये वो है जिसके बारे में हम थोड़े देर पहले बात कर रहे थे ना नई आई हैं ये वही हैं ,रबिया बोली भाभीजी ये बहुत अच्छे इन्शान हैं ये औरतों का सब जरुरत पूरी करते हैं आपको भी कुछ चाहिए तो बेझिजक बोल सकते हो जाओ इनके पास ,नीतू नमस्ते की और रबिया से बोली वो निम्बू दे देती तो मैं जाती ?
रबिया== अरे कुछ देर रुक जाओ ना अच्छा लगेगा और जाओ ना इनके पास ठीक से मिलो ना इनसे रबिया नीतू को उस आदमी के तरफ हलके से धक्के दी वो बेड पर बैठा था नीतू अब उस आदमी के बिलकुल सामने थी तो वो नीतू का हाँथ पकड़ कर बोला अरे बैठ ना यहाँ पे और उसने नीतू को बेड पर खीच कर बैठा लिया नीतू नजरें झुकाये बैठी थी वो आदमी नीतू की जांगो को देख रहा था ,फिर रबिया बोली भाभीजी क्या बोलती हो शिर्फ़ आधा घंटे में ये आपको छोड़ देंगे और अच्छा ख़ासा इनाम भी देंगे बोलो क्या बोलती हो ,नीतू बोली क्या म म मैं कु क कुछ समझी नहीं ? रबिया अरे भाभीजी थोड़ा समझ करों ना तुम इतनी खूबसूरत हो तुम्हे देख कर कोई भी तुम्हारा दीवाना हो जायेगा और ये राजुभाई तो तुम्हे देखते ही पागल हो गए हैं तो क्यों ना आप भी इन्हें कुछ देर के लिए एक अच्छे दोस्त के तरह इनकी इच्छाये पूरी कर देती हो ? नीतू == थोड़ा हकलाते हुये मैं क क ...क्या करूँ ? रबिया भाभी ये आपको चाहने लगे हैं थोड़े देर के लिए इनको अपना ज़िस्म दे दो ना ,बहुत मजा आएगा
नीतू ==नहीं नहीं मैं किसीकी बीबी हूँ और ये सब मेरे लिए पाप हैं
राबिया == देखो भाभी जी एकबार मजे लेकर देखो बहुत अच्छा लगेगा फिर देखना तुम भी मजे से इस धंदे में लग जाओगी ,और इस मोहल्ले में बहुत साड़ी औरोतों हैं जो अच्छा कमा लेती हैं और मजा अलग से मिलता हैं ,और तुम्हारा पति को भी किसी और से मजे दिलबा दिया करुँगी ,मैं सब संभाल लुंगी आप चिंता मत करों !
नीतू == कुछदेर चुप रही और बोली नहीं राबिया मुझसे नहीं होगा मैं जाती हूँ और वो कमरे से निकल गई
मैं भाग कर घर के तरफ आ गया और ताला खोलकर अंदर चला गया ,फिर नीतू आ गई
मैं == क्या हुआ चली आई इतनी जल्दी ?
नीतू == आप जान बुझ कर मुझे भेजा था ना उसके घर एक बुड्ढा बैठा था उसके साथ राबिया मेरा सौदा कर रहा था ,मैं मना करदी और चली आई
मैं == अरे यार मैं तो तुझे मजे के लिए ही भेजा था बहुत मजा आता ?
नीतू == छी कितना गन्दा और बुड्ढा था वो मुझे देख कर ही घिन आ रही थी ,और मुझसे ये सब नहीं होगा ?
मैं == तेरी मर्जी ? मैं तो तुझे पूरा छूट दिया पर तुम तो तुम हो क्या फर्क पड़ता हैं कैसा हैं ना हैं ये बुड्ढे लोग सही में जायदा मजा देता हैं जा चली जा और मजे ले
नीतू == नहीं मुझे शर्म आती हैं और मैं मना कर आई हूँ और वो बुड्ढा कितना गन्दा आदमी हैं मुझसे नहीं होगा !
मैं --- अरे बहुत मजा आएगा वो बुड्ढा तुझे सही में बहुत मजा देगा ,मैं भी चाहता था तेरी चुदाई किसी बुड्ढे से करवाऊं जा चली जा कुछ नहीं होगा
नीतू को किसी तरह मैंने मनाया ! नीतू किसी तरह मान गई और जाने लगी तो मैंने बोला सुन तू अपनी पैंटी निकाल दे सिर्फ स्कर्ट्स में जा वहां तो सब उतारने ही होंगे मैंने खुद उसके स्कर्ट्स के अंदर हाँथ देकर पैंटी नीचे कर दिया ,नीतू एकदम चुप थी फिर वो धीरे धीरे जाने लगी ,नीतू के जाते ही मैंने दरवाजे को लॉक किया और अफजल के घर पिछवाड़े में पहुंच गया खिड़की आधी खुली थी बहार से झाकने पर अंदर सब दीखता था और अंदर से बहुत झाड़ और पेड़ होने के कारन साफ नहीं दीखता था मैंने सोचा आज अपनी बीबी की चुदाई देखने का सही मौका मिला हैं
वहां से बहार का दरवाजे का आवाज भी सुनाई दे रहा था ,मैंने सूना ------------------
रबिया == दरवाज़ा खोलकर -अरे भाभी जी आप आ गई आ जाओ क्या हुआ
नीतू == मैं कुछ देर घर जा कर सोची आप जो कह रहे थे इसमें कोई बुराई नहीं हैं इसलिए चली आई
रबिया == तो आप के पति को क्या बोला ?
नीतू == वो सो रहे थे तो मैंने कही मैं रबिया जी से मिलकर आती हूँ तो वो बोले ठीक है जाओ
रबिया === बहुत अच्छा किया आ जाओ राजुभाई भी बहुत याद कर रहे हैं तुम्हे वो तुम्हे बहुत सुख देंगे आज आ जाओ
जैसे नीतू और रबिया अंदर कमरे आई बुड्ढा बोला अब क्या हुआ इसे ? रबिया बोली लो राजुभाई ये तैयार हैं आपकी रंडी बनने को लो इसे रंडी बना दो और नीतू को बोली जा उनके पास ,मैंने देखा नीतू धीरे धीरे बुड्ढे के बिस्तर के तरह आने लगी और ठीक बुड्ढे के सामने खड़ी हो गई
बुड्ढा == दोनों हाँथ ऊपर उठा कर खड़ी रहो ,नीतू दोनों हाँथ ऊपर उठा दी ,फिर बुड्ढा नीतू की जांगो को सहलाते हुए बोला मस्त रांड बनेगी तू तेरे जैसे रंडी की इस बाज़ार में बहुत जरुरत हैं आज से तू खुलकर रंडीगिरी करेगी ,फिर उसने नीतू की स्कर्ट्स को नीचे खीच कर गिरा दिया और बोलै साली रंडी चड्डी भी नहीं पहनती हैं चल अच्छा हैं, फिर उसने नीतू की चुत को सहलाने लगा ,नीतू आँखे बंद कर ली थी ,फिर रबिया आई और उसके टॉप को ऊपर उठा कर निकाल दी ,बुड्ढे बोला अरे साली सारे कपडे हमसे ही उतारबायेगी क्या चल अब ब्रा और खुद उतार ,नीतू अपनी ब्रा खोलने लगी तो रबिया बोली जल्दी उतार रंडियां झट से नंगी हो जाती , नीतू ब्रा उतार दी थी अब नीतू पूरी नंगी दोनों हाथ उठाये खड़ी थी ,फिर रबिया बोली लो राजुभाई अब आप इसकी चुदाई करो और और इसे समझा दो रंडी को क्या क्या करना होता हैं मैं बाहर से ताला लगा कर थोड़े देर में आती हूँ ,और रबिया चली गई
बुड्ढा नीतू को अपने जांग में बिठा कर उसकी दोनों चुच्ची को दबाते हुए बोला आज से तू मेरी रखैल हैं तुझे हर तरीके से मैं इस्तेमाल करूँगा ,बोल रंडी क्या बोलती हैं ,नीतू धीरे से बोली जी आप जैसे कहो करुँगी ,फिर बुड्ढा बोला कल तुहे मैं एक दोस्त के घर ले जाऊंगा वहा तुझे हम चार आदमी मिलकर एकसाथ चोदेंगे बोल चुदबायगी ना ,नीतू चार चार नहीं प्लीज़ ,मुझे इसकी आदत नहीं हैं ,तभी बुड्ढा बोला तू अब एक रंडी हैं तुझे सब शिखना पड़ेगा और हम तुझे सब सिखाएंगे और तेरे से जबरदस्त धंदा करबाउंगा तू अब बाज़ारू रंडी हैं ,चल अभी पहले मेरा लण्ड को चाट और इसे कड़ा कर ,नीतू घुटनो के बल बैठ कर उसके लुंगी उठा कर लण्ड चाटने लगी,काफी देर चाटने से उसके मुहं में झाग भर गया था मुझे ये सब देख मेरा लंड भी खड़ा हो गया !
फिर बुड्ढा बोला चल शाली खड़ी हो जा ,नीतू जैसे खड़ी हुई तो बुड्ढा बोला मुहं का झाग निगल जा इससे तुझे और मजा आएगा ,नीतू निगल गई ,फिर बुड्ढा बोलै आजा रांड पहले तेरी गांड मारूंगा फिर तेरी चुदाई करूँगा ,नीतू को बोलै चल शाली कुतिया बन जा नीतू कुतिया बन कर अपनों गांड बुड्ढे के तरफ कर दी बुड्ढा का मोटा सा काला लण्ड देख मैं भी चौंक गया और सोचने लगा आज तो नीतू की चूत ये फाड़ डालेगा !
उसने नीतू की कमर पकड़ कर अपने लण्ड को नीतू की गांड में घुसा रहा था नीतू की सिसकने की आवाज आ रही थी वो बोल रही थी प्लीस धीरे करो ,तो बुड्ढा बोलै मादरचोद रांड थोड़ा बर्दास्त कर अब सब तेरी गांड भी मारेंगे ,और तुझे तो मैं इस बाजार की दो कौड़ी की रांड बनाऊंगा तुझे नंगा घुमाऊंगा शाली!! बुड्ढा बोले जा रहा था और अब जोर जोर से नीतू की गांड में अपना लण्ड को धक्का दे रहा था ,नीतू खाली आ हु किये जा रही थी ,कुछ देर बाद बुड्ढा रुक गया और नीतू के गांड में थोड़ा पानी निकाल दिया ,फिर बोला ऐ रंडी जल्दी से लण्ड को अपने मुहं में ले और जो मेरे लण्ड का पानी हैं सब चाट कर साफ कर फिर तेरी चूत फाड़ता हूँ ,नीतू उठी और बेड पर बैठ गई ,बुड्ढा लेट गया था उसके लण्ड से सफ़ेद सफ़ेद पानी निकल रहा था नीतू उसके लण्ड को हाँथ से पकड़ कर बोली इसे चाटना मुझे अच्छा नहीं लगता मैं नहीं चाटूँगी ,तभी बड़ा भड़कते हुए बोलै मादरचोद दो कौड़ी की रांड तेरी इतनी औकात की तू मुझे मना करेगी ,चल कुतिया चाट इसे वरना तुझे नंगा करके इस मोहल्ले में अभी घुमाऊंगा ,तुझे सब का लण्ड चाट कर साफ करना हैं आगे देख तेरे साथ मैं क्या क्या करता हूँ तू अब एक रांड हैं और अपने ग्राहक को हर तरीके से खुश करती हैं !!
नीतू चुपचाप उसके लण्ड को चाटने लगी और पूरा पानी निगल गई कुछ देर बुड्ढा उसके चुच्ची के साथ खेलता रहा फिर उसे सीधा लेटा कर उसके उप्पर चढ़ गया जैसे कोई काला सा भैषा हो ,नीतू की जबरदस्त चुदाई किये उसने नीतू चुदने के बाद उसके पास ही लेटी रही और बुड्ढा उसे कहने लगा कल तुझे मैं अपने एक दोस्त के घर ले जाऊंगा वहां किसी को कभी भी ना मत करना जो जैसा बोले वहीं करोगी तुम ,कुछ देर बाद बुड्ढा राबिया को फ़ोन किये और उसे बुलाया ,राबिया आते ही नीतू को बोली मजा आया ना ,और आज इतना ही कल से रोज तुम धंदे करोगी , तभी बुड्ढा बोला कल इसे मैं अपने ठेकेदार के पास लेकर जाऊंगा इसे और कही बुक मत करना !!!
राबिया बोली ठीक हैं कल आपके साथ चली जाएगी ,फिर नीतू से बोली जा कपडे पहन ले और घर चली जा और अपने पति से सब ठीक से समझा देना की तू अपनी मर्जी से ऐ सब करना चाहती हैं ,और हां तेरी आज की कमाई कल तेरे को एक साथ मिल जायेगा ,नीतू चुपचाप कपडे पहनी और निकलने लगी ,तो मैं फ़ौरन भाग कर घर पर आ गया
दोस्तों आगे की कहानी फिर बाद में लिखता हूँ !!! पर आपको कैसा लगा प्लीस लिखना
धन्यबाद
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